सहजन (Moringa) क्या है? इसके फायदे और सेवन के तरीके (2025) – एक देसी सुपरफूड जो सेहत के लिए वरदान

Published On: July 7, 2025
सहजन (Moringa) क्या है ? सहजन के फायदे, सेवन के तरीके और सावधानियाँ – एक आयुर्वेदिक सुपरफूड की पूरी जानकारी

आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हम सब चाहते हैं कि हमारी सेहत हमेशा अच्छी बनी रहे, शरीर में ताकत हो और हम बिना दवाइयों के भी स्वस्थ रह सकें। ऐसे समय में अगर कोई एक देसी चीज़ आपके शरीर को अंदर से मज़बूत बना दे, तो वह किसी वरदान से कम नहीं।और उस देसी चीज का नाम है  सहजन, जिसे अंग्रेज़ी में Moringa कहा जाता है वैसे तो यह कोई विदेशी सुपरफूड नहीं है — बल्कि हमारे देश में सदियों से इस्तेमाल होने वाला एक देसी औषधीय पेड़ है। सहजन की फलियाँ, पत्तियाँ और बीज, सबकुछ हमारे शरीर को पोषण देने के साथ-साथ कई बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।

इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि सहजन (Moringa) क्या है? , सहजन में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं, सहजन  के फायदे , सहजन को कैसे सेवन करे , और इसके साइड इफेक्ट्स क्या हो सकते हैं। साथ ही मैं अपना खुद का अनुभव भी शेयर करूंगा, जिससे आपको पता चले कि यह सिर्फ बातें नहीं, असल में असर करने वाला पौधा है।नमस्कार दोस्तों मै हूँ शोभित राठौर और आप यह ब्लॉग हमारी वेबसाइट www.reviewswallah.com पर पढ़ रहे है आइये विस्तार से जानते है..

सहजन (Moringa) क्या है ? और इसे सुपरफूड क्यों कहा जाता है?

सहजन (Moringa) क्या है? और इसे सुपरफूड क्यों कहा जाता है, यह दर्शाती फोटो
सहजन (Moringa) क्या है?

सबसे पहले मै आपको इसके बारे में बेसिक बाते बताऊंगा जैसे सहजन, जिसे अंग्रेज़ी में Moringa कहा जाता है, एक देसी पेड़ है जो भारत, नेपाल और एशिया के कई हिस्सों में सदियों से उगाया और इस्तेमाल किया जा रहा है। आपने इसे अपने घर में या किसी रिश्तेदार के यहाँ ज़रूर देखा ही होगा — इसकी लंबी हरी फलियाँ सब्ज़ी के रूप में बनाई जाती हैं, जो स्वाद में हल्की और सेहत में भारी होती हैं।

आप जो यह भी जानना होगा की  सहजन सिर्फ सब्ज़ी तक सीमित नहीं है। इसके पत्ते, फलियाँ, बीज, छाल और यहां तक कि इसकी जड़ें भी औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं। आयुर्वेद में इसे एक बहुत ही खास पौधा माना गया है, अगर इसका सही ढंग से प्रयोग किया जाये तो यह शरीर के अंदर की कई समस्याओं को जड़ से ठीक करने की ताकत रखता है।

अब सवाल ये आता है कि इसे “सुपरफूड” क्यों कहा जाता है? इसका कारण है — इसमें पाए जाने वाले कई जरूरी पोषक तत्व, जैसे:

  • विटामिन A, C, E

  • आयरन और कैल्शियम

  • फाइबर, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स

यही नहीं, शोधों में ये बात सामने आई है कि सहजन में पाए जाने वाले कुछ पोषक तत्व दूध, गाजर और संतरे से भी ज़्यादा मात्रा में होते हैं। सोचिए, एक ऐसा देसी पौधा जो आपकी इम्यूनिटी बढ़ा सकता है, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है, वजन घटाने में मदद करता है, हड्डियों को मजबूत बनाता है, और भी बहुत कुछ। तो आप इसको क्यूँ नही खाना चाहेगे चलिए जानते है कैसे :

यही वजह है कि आज दुनियाभर के वैज्ञानिक, डॉक्टर्स और हेल्थ एक्सपर्ट्स भी इसे सुपरफूड कह रहे हैं। विदेशों में Moringa Powder , Moringa Capsule और Moringa tea बड़ी मात्रा में बेची जा रही है। लेकिन हमारे देश में तो ये पहले से ही मौजूद है — बस जरूरत है इसे समझने और अपनाने की।सहजन एक ऐसा पौधा है जो गरीब आदमी की पहुंच में भी है और अमीर के लिए भी उतना ही फायदेमंद। यही इसकी सबसे बड़ी ताकत है — देसी, सस्ता और असरदार।

सहजन के पौधे में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की सूची

सहजन के पौधे में पाए जाने वाले पोषक तत्व

अभी ऊपर लेख में आप ने जाना की सहजन (Moringa) क्या है?  अब  आगे बढ़ते है और मोरिंगा के पोषक तत्त्व के बे में  जानते है वैसे तो  मोरिंगा में बहुत सारे ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए बेहद ज़रूरी और फायदेमंद हैं। यही वजह है कि इसे “सुपरफूड” कहा जाता है। आइए जानते हैं सहजन में कौन-कौन से मुख्य पोषक तत्व पाए जाते हैं और वे हमारे शरीर को कैसे लाभ पहुंचाते हैं:

1. विटामिन A

सहजन में विटामिन A की  मात्रा काफी अच्छी होती है। विटामिन A हमारी आँखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करता है और स्किन को स्वस्थ बनाता है। इससे देखने की ताकत बढ़ती है और आंखों की कई बीमारियां दूर रहती हैं।

2. विटामिन C

विटामिन C जो की शारीर के लिए बहुत ज़रूरी होता है , एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) को मजबूत करता है। विटामिन C सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है और त्वचा को चमकदार बनाता है। यह आप सहजन से काफी मात्र में प्राप्त कर सकते है।

3. आयरन (Iron)

सहजन में आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो खून बनाने में मदद करता है। इससे एनीमिया यानी खून की कमी दूर होती है और शरीर में ऊर्जा बनी रहती है। अगर आप लगातार सहजन का सेवन करते है तो आपके शारीर में आयरन की मात्र कम नही होगी यह पर्याप्त मात्र में आयरन उपलब्ध करता है।

4. कैल्शियम

कैल्शियम हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने के लिए ज़रूरी होता है। सहजन में कैल्शियम की अच्छी मात्रा होने से यह हड्डियों को मजबूत बनाता है और जोड़ों के दर्द में राहत देता है। अगर आप अपनी हड्डियों को मजबूत रखना चाहते है तो आपको सहजन का उपयोग करते रहना चाहिये।

5. पोटैशियम

सहजन में पोटैशियम भी प्रचुर मात्र में पाया जाता है  पोटैशियम हमारे शरीर के तरल संतुलन को बनाए रखता है। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।

6. मैग्नीशियम

मैग्नीशियम नर्वस सिस्टम (तंत्रिका तंत्र) को स्वस्थ रखता है और मांसपेशियों के दर्द को कम करता है। सहजन में इसका अच्छा स्रोत होने से यह शरीर की थकान कम करता है।

7. फाइबर (Fiber)

सहजन में फाइबर भी भरपूर होता है, जो पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है। फाइबर की वजह से पेट साफ रहता है, कब्ज की समस्या दूर होती है और वजन कम करने में मदद मिलती है।

8. प्रोटीन (Protein)

सहजन में प्रोटीन भी पाया जाता है, जो मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत के लिए आवश्यक है। खासकर उन लोगों के लिए यह बहुत फायदेमंद है जो शारीरिक मेहनत करते हैं या व्यायाम करते हैं। उन्हें सहजन के प्रयोग करते रहना चाहिये।

सहजन में और भी होते हैं महत्वपूर्ण तत्व

साथ ही सहजन में विटामिन E, बी-कॉम्प्लेक्स, एंटीऑक्सीडेंट्स और कई जरूरी मिनरल्स पाए जाते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने और बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।

संक्षेप में, सहजन एक ऐसा पौधा है जिसमें शरीर के लिए ज़रूरी लगभग हर पोषक तत्व मौजूद होता है। यही वजह है कि इसे “जीवनदाता पेड़” भी कहा जाता है।

सहजन के फायदे: Moringa खाने से शरीर को क्या लाभ होते हैं

सहजन के फायदे: Moringa खाने से शरीर को क्या लाभ होते हैं

अभी तक हम लोग जान चुके है सहजन (Moringa) क्या है? और इसमें कौन कौन से पोषक तत्त्व पाए जाते है चलिए अब इसके फायदे और लाभी भी विस्तार से जन लेते है

1.एनीमिया यानी खून की कमी में सहजन के फायदे

जिन लोगों को खून की कमी की समस्या या कमी होती है, उनके लिए सहजन बहुत उपयोगी  होता है। जैसा की हमने ऊपर जाना की इसमें आयरन और फोलेट भरपूर मात्रा में होता है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने का काम करता है। महिलाएं जिन्हें मासिक धर्म के समय कमजोरी महसूस होती है, उनके लिए सहजन खासतौर पर असरदार है।

2.इम्यूनिटी बढ़ाने में सहजन कैसे असर करता है

हम पहले ही जन चुके है की सहजन में विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर होते हैं, जो शरीर की रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ाते हैं। इसका सेवन करने से सर्दी-जुकाम, वायरल बुखार और मौसम बदलने की बीमारियाँ कम लगती हैं। आज के समय में जब हर जगह संक्रमण का खतरा रहता है, सहजन एक प्राकृतिक सुरक्षा कवच बन सकता है।

3.शारीरिक कमजोरी और थकावट में मोरिंगा के लाभ

अगर दिनभर थकान बनी रहती है, शरीर कमजोर महसूस होता है, तो सहजन एक रामबाण उपाय हो सकता है। इसमें मौजूद प्रोटीन और मिनरल्स शरीर को ताकत देते हैं और थकान दूर करते हैं। रोजाना थोड़ा-थोड़ा सहजन लेना शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है।

4.हड्डियों को मजबूत करने में सहजन पाउडर का उपयोग

जैसा की हम जानते है की सहजन में कैल्शियम और फास्फोरस की अच्छी मात्रा होती है जो हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाते हैं। खासकर बुज़ुर्ग और महिलाएं, जिन्हें जोड़ों का दर्द या कैल्शियम की कमी होती है, उन्हें सहजन ज़रूर खाना चाहिए। इसका पाउडर रोज दूध या पानी में मिलाकर लेना बेहद फायदेमंद होता है।

5.डायबिटीज में ब्लड शुगर कंट्रोल करता है सहजन

Moringa यानी सहजन जो की ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। इसमें कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो शुगर के अवशोषण को धीमा करते हैं और शरीर में इंसुलिन को बेहतर बनाते हैं। हालांकि डायबिटीज के मरीजों को इसे डॉक्टर की सलाह से ही लेना चाहिए। बिना सलाह के यह नुक्सान भी कर सकता है ।

6.दिल की सेहत के लिए Moringa क्यों फायदेमंद है

सहजन शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को घटाता है और ब्लड प्रेशर को भी संतुलित रखता है। इससे दिल की धमनियों में ब्लॉकेज का खतरा कम होता है और हृदय रोगों से सुरक्षा मिलती है। एक तरह से यह दिल के लिए नेचुरल टॉनिक की तरह काम करता है।

7.वजन कम करने में सहजन की भूमिका

अगर आप अपना वजन घटाना चाहते हैं, तो सहजन आपकी मदद कर सकता है। इसमें फाइबर भरपूर होता है जो भूख को कंट्रोल करता है और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है। इससे बिना ज्यादा भूखे रहे, वजन धीरे-धीरे कम किया जा सकता है।

8.पाचन शक्ति सुधारने में सहजन कैसे सहायक है

सहजन पाचन तंत्र के लिए रामबाण साबित  होता है। इसमें मौजूद फाइबर पेट को साफ रखने में मदद करता है और कब्ज या गैस की दिक्कत नहीं होने देता। इसका सूप या चाय पीने से पेट हल्का और साफ रहता है। तो अगर आपके पाचन शक्ति ठीक नही है तो आप इसका सेवन कर सकते है चलिए  आब आगे के लेख में जानेगे सीजन का सेवन कैसे करे..

सहजन का सेवन कैसे करें: उपयोग के आसान तरीके

सहजन का सेवन कैसे करें: उपयोग के आसान तरीके

ऊपर के लेख में हमने जाना सहजन (Moringa) क्या है? और सहजन के फायदे और लाभ क्या है ? चलिए अब जानते है इसका सेवन कैसे किया जाना चाहिये : सहजन एक ऐसा पौधा है, जिसका हर हिस्सा हमारे लिए फायदेमंद होता है। लेकिन सवाल ये होता है कि इसे रोज़मर्रा की ज़िंदगी में कैसे शामिल किया जाए ताकि हम इसके सारे पोषण लाभ उठा सकें। चलिए जानते हैं सहजन का सेवन करने के कुछ आसान और प्रभावी तरीके, जिन्हें अपनाकर आप अपने स्वास्थ्य कर सकते है :

1.सहजन की फलियों की सब्जी बनाकर खाएं

सहजन का उपयोग करने का सबसे आसान तरीका है इसकी सब्सजी बनाना और सहजन की फलियों को सब्जी के रूप में खाना। यह स्वाद में हल्की होती है , पोषण में भारी होती है। इसे आलू, टमाटर और हल्के मसालों के साथ पकाकर खा सकते है । खासकर गर्मियों में यह शरीर को ठंडक पहुचाने का काम करती है।

2.सहजन की पत्तियों की चाय बनाएं

दूसरा तरीका यह है की सहजन की सूखी या ताजी पत्तियों को पानी में उबालकर छान लें और गरम-गरम चाय के रूप में पिएं। इसे आप थोड़ा शहद मिलाकर भी ले सकते हैं। यह चाय शरीर को डिटॉक्स करती है, इम्यूनिटी बढ़ाती है और दिनभर तरोताजा महसूस कराती है। आप इसे रोजाना पी सकते है

3.Moringa पाउडर का सेवन करें

आजकल सहजन का सबसे ज्यादा विख्यात हिस्सा है तो वो है इसका पाउडर यह मार्केट में आसानी से मिलता है। इसे आप गुनगुने पानी, छाछ या दूध के साथ सुबह-शाम ले सकते हैं। यह तरीका बहुत आसान है और जो लोग ताजे पत्ते नहीं ले पाते, उनके लिए यह सबसे बढ़िया विकल्प है।

4.सहजन का सूप बनाएं

क्या आपने कभी सहजन का सूप पिया है अगर नही तो एकबार जरूर पीजिये सहजन की पत्तियों और फलियों से हेल्दी सूप बनाना भी एक अच्छा तरीका है। आप इसे हल्के मसालों के साथ पकाएं और जब ठंड लग रही हो या थकान महसूस हो, तो इसे पीएं। यह सूप शरीर को अंदर से गर्माहट और ताकत देता है।

5.सलाद या स्मूदी में डालें

अगर आप हेल्दी खाने के शौकीन हैं, तो ताजी सहजन की पत्तियाँ कटा कर सलाद में डाल सकते हैं या स्मूदी में मिला सकते हैं। यह आपके रोजाना के भोजन में पोषण को और बढ़ा देगा।

ध्यान देने वाली बातें

  • हमेशा ताजा या अच्छे क्वालिटी का सहजन ही इस्तेमाल करें।

  • ज्यादा मात्रा में सेवन ना करे , खासकर शुरुआत में।

  • अगर आपको किसी प्रकार की एलर्जी या पेट की समस्या हो, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

इस तरह, सहजन को अपने खानपान में शामिल करना बहुत ही आसान और फायदेमंद है। नियमित सेवन से आप इसके सारे लाभ पा सकते हैं और अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं। चलिए अब जान लेते है सहजन के कुछ साइड इफेक्ट्स जो की इस लेख के एक बहुत एहम भाग है :

सहजन के साइड इफेक्ट्स: सेवन से पहले जानें यह सावधानियाँ

सहजन के साइड इफेक्ट्स: सेवन से पहले जानें यह सावधानियाँ

जहाँ मैंने आपको सहजन में बहुत सारे फायदे बताये हैं और बताया की सहजन (Moringa) क्या है?, वहीं इसके सेवन में कुछ सावधानियाँ भी ज़रूरी होती हैं। जैसे कोई भी नई चीज़ हमारी सेहत के लिए सही या गलत हो सकती है, वैसे ही सहजन को भी सही मात्रा और सही तरीके से लेना चाहिए। आइए जानते हैं सहजन के कुछ संभावित साइड इफेक्ट्स और उनसे बचाव के उपाय:

1. अधिक मात्रा में लेने से पेट में समस्या हो सकती है

अगर सहजन का पत्ता या पाउडर ज़्यादा मात्रा में लिया जाए तो कुछ लोगों को पेट दर्द, गैस या दस्त की शिकायत हो सकती है। इसलिए शुरुआत में थोड़ा-थोड़ा सेवन करें और धीरे-धीरे बढ़ाएं। अगर अगर ये अप्जो नुकसान कर रहा है या सूट नही कर रहा है तो आपको सहजन का इस्तेमाल तुरंत बंद कर देना चाहिये।

2. गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतनी चाहिए

गर्भावस्था में सहजन के कुछ हिस्से, जैसे छाल या जड़, गर्भपात का कारण बन सकते हैं। इसलिए गर्भवती महिलाएं सहजन का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना न करें। केवल सहजन ही नहीं किसी भी चीज को गर्भवती महिलाये बिना डाक्टर की सलाह से ना खाए यह नुक्सान कर सकती है।

3. एलर्जी की संभावना

सहजन से एलर्जी के बारे में भी जान ही लेते है : कहीं-कहीं सहजन से एलर्जी भी हो सकती है। अगर सहजन खाने के बाद त्वचा पर खुजली, लालिमा या सूजन हो तो तुरंत सेवन बंद कर दें और डॉक्टर से संपर्क करें।

4. दवाइयों के साथ परस्पर क्रिया

अगर आप ब्लड प्रेशर या डायबिटीज की दवा ले रहे हैं, तो सहजन के सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। क्योंकि सहजन की वजह से ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर कम हो सकता है, जिससे दवाइयों का असर बढ़ सकता है। या यूँ कह सकते है की एसे में आपको सहजन का प्रोयोग नहीं करना चाहिये ।

सावधानी के तौर पर सुझाव

  • सहजन को हमेशा सीमित मात्रा में ही लें।
  • शुरू में छोटी मात्रा लेकर देखें कि शरीर कैसे प्रतिक्रिया करता है।
  • डॉक्टर से परामर्श लेना कभी न भूलें, खासकर अगर कोई पुरानी बीमारी हो।

संक्षेप में, सहजन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है, लेकिन इसे समझदारी और सही तरीके से ही उपयोग करना चाहिए ताकि कोई दिक्कत न हो।

सहजन से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1. क्या सहजन रोजाना खा सकते हैं?

हाँ, सहजन (Moringa) को आप रोजाना सीमित मात्र  में खा सकते हैं। यह शरीर के लिए एक प्राकृतिक सुपरफूड है जो विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। रोजाना सेवन से आपकी इम्यूनिटी बढ़ती है, पाचन सही रहता है और शरीर में ऊर्जा बनी रहती है।

2. क्या बच्चों को भी सहजन दिया जा सकता है?

जी हाँ, आप सहजन को बच्चों को भी दे सकते है। यह बच्चों के शरीर के विकास के लिए बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें आयरन, कैल्शियम और विटामिन्स अच्छी मात्रा में होते हैं। पर ध्यान रखें कि बच्चों को सहजन देने से पहले उनकी उम्र और स्वास्थ्य को ध्यान में रखें। छोटे बच्चों को कम मात्रा में ही दें और किसी भी प्रकार की एलर्जी के लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। बेहतर होगा कि बच्चों के लिए सहजन का सेवन डॉक्टर की सलाह से ही करें।

3. क्या सहजन पाउडर असरदार होता है या ताजा पत्तियाँ ज्यादा फायदेमंद हैं?

ताजा सहजन की पत्तियाँ पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं  और ज्यादा लाभ देती हैं। हालांकि, हर समय ताजी पत्तियाँ उपलब्ध नहीं होतीं, इसलिए सहजन पाउडर भी बहुत लोकप्रिय हो गया है। पाउडर में सहजन के सारे महत्वपूर्ण तत्व होते हैं और इसे लेना बहुत आसान होता है।

4. सहजन कब खाना चाहिए – सुबह या शाम?

सहजन (Moringa) का सेवन आप अपनी सुविधा और शरीर की जरूरत के अनुसार सुबह या शाम कर सकते हैं। सुबह इसे लेने से दिनभर शरीर में ऊर्जा बनी रहती है और पाचन बेहतर होता है। वहीं, अगर आपको पेट में गैस या भारीपन की समस्या होती है, तो शाम को हल्की मात्रा में सहजन लेना बेहतर होता है।

5. क्या सहजन वजन कम करने में मदद करता है?

हाँ, सहजन वजन घटाने में मददगार साबित होता है क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा अच्छी होती है। फाइबर खाने से भूख कम लगती है, जिससे आप कम कैलोरी लेते हैं। साथ ही सहजन में मौजूद पोषक तत्व मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाते हैं, जिससे शरीर अधिक कैलोरी जलाता है।

6. क्या सहजन से कोई साइड इफेक्ट हो सकते हैं?

सामान्य तौर पर सहजन safe होता है, लेकिन ज्यादा मात्रा में सेवन करने पर कुछ लोगों को पेट दर्द, दस्त या गैस जैसी समस्या हो सकती है। गर्भवती महिलाओं को सहजन का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए क्योंकि कुछ हिस्से गर्भपात का कारण बन सकते हैं। साथ ही, अगर आपको किसी प्रकार की एलर्जी हो तो तुरंत सहजन का सेवन बंद कर दें।

7. क्या सहजन डायबिटीज के लिए अच्छा है?

हाँ, सहजन (Moringa) ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसमें ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर में इंसुलिन के स्तर को सही रखते हैं और शुगर  को धीमा करते हैं। इससे डायबिटीज के मरीजों को रक्त शर्करा पर नियंत्रण रखने में सहायता मिलती है।

8. क्या सहजन से कोलेस्ट्रॉल कम होता है?

सहजन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने में मदद करते हैं। इससे रक्त वाहिकाओं में जमा चर्बी कम होती है और हृदय रोगों का खतरा घटता है। नियमित सहजन सेवन से दिल की सेहत बेहतर होती है और ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।

9. क्या सहजन की पत्तियाँ सीधे खा सकते हैं?

ताजी सहजन की पत्तियाँ आप सीधे भी खा सकते हैं, लेकिन उनका स्वाद थोड़ा कड़वा होता है। इसलिए अधिकतर लोग इन्हें पकाकर, सूप में या चाय के रूप में लेना पसंद करते हैं।

10. सहजन के बीज भी खा सकते हैं?

हाँ, सहजन के बीजों का भी उपयोग किया जाता है। ये बीज स्वास्थ्य के लिए कई तरह से फायदेमंद हैं, जैसे कि शरीर को डिटॉक्स करना और संक्रमण से लड़ना। परंतु बीजों का सेवन सावधानी से और थोड़ी मात्रा में करना चाहिए क्योंकि ये कड़वे हो सकते हैं और अधिक मात्रा में लेने से दुष्प्रभाव हो सकते हैं।

मेरा व्यक्तिगत अनुभव: सहजन (Moringa) के साथ मेरी journey

दोस्तों, मैं जब पहली बार सहजन के बारे में सुना तो मैंने भी सोचा की चलो जाना जाये की सहजन (Moringa) क्या है?  तो सोचा था कि यह भी कोई आम पौधा होगा, जो बस गांवों में खाने के लिए इस्तेमाल होता है। लेकिन जब मैंने इसे अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में शामिल किया, तो मैं सच में हैरान रह गया।

मैंने शुरुआत में सहजन की पत्तियों की चाय पीनी शुरू की। पहले तो स्वाद थोड़ा अजीब लगा, पर धीरे-धीरे इसका असर मुझे महसूस होने लगा। मेरी कमजोरी कम होने लगी, रोज़ सुबह उठते समय शरीर हल्का-फुल्का और ताकतवर लगने लगा। साथ ही मेरी पाचन क्रिया भी सुधरी, कब्ज जैसी समस्या बिलकुल खत्म होती चली गयी । सबसे बड़ा फायदा मुझे यह लगा कि मेरी इम्यूनिटी बहुत बढ़ी। पहले छोटे-छोटे मौसमी संक्रमण मुझे आसानी से पकड़ लेते थे, लेकिन अब सर्दी-खांसी तक बहुत कम हो गई है। मैंने सहजन पाउडर भी लिया, जिसे मैं दूध में मिलाकर पीता हूं। यह तरीका मेरे लिए बहुत आसान और कारगर साबित हुआ।

मैंने देखा कि सहजन से मेरी त्वचा भी चमकदार हुई और बालों में मजबूती आई। जो लोग बालों के झड़ने की समस्या से परेशान हैं, मैं उनको भी सहजन जरूर ट्राई करने की सलाह दूंगा। साथ ही, मैं इस बात का ध्यान रखता हूं कि सहजन को सही मात्रा में और नियमित रूप से ही लूं। मैंने यह भी महसूस किया कि अगर सहजन सही तरीके से लिया जाए तो इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता।

मेरी राय में, सहजन सिर्फ एक हरी सब्जी नहीं बल्कि एक प्राकृतिक दवा है जो हमारे शरीर को अंदर से मजबूत करती है। आज के ज़माने में जब जंक फूड और प्रदूषण हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा रहे हैं, सहजन जैसे देसी सुपरफूड को अपनाना बहुत जरूरी हो गया है।

अगर आप भी अपनी सेहत में सुधार लाना चाहते हैं तो मैं सच दिल से कहूंगा — सहजन को अपनी दिनचर्या में जरूर शामिल करें। यह छोटा सा कदम आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत बड़ा फायदा लेकर आएगा।

निष्कर्ष: सहजन (Moringa) सेहत का खजाना है — अपनाएं और स्वस्थ रहें

सहजन यानी मोरिंगा एक ऐसा प्राकृतिक पौधा है जो हमारे शरीर को अंदर से मजबूत बनाता  है। इसमें मौजूद विटामिन्स, मिनरल्स, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स हमारी सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं। चाहे आप अपनी इम्यूनिटी बढ़ाना चाहते हों, वजन कम करना चाहते हों, या फिर ब्लड प्रेशर और शुगर को कंट्रोल में रखना चाहते हों — सहजन आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है।

मेरे अपने अनुभव से भी मैं कह सकता हूँ कि सहजन ने मेरी सेहत को अंदर से ताकत दी है और इसे अपनाकर आप भी फिट और स्वस्थ रह सकते हैं।तो देर किस बात की? आज ही अपने खाने में सहजन को शामिल करें और अपने जीवन में स्वास्थ्य की नई शुरुआत करें। आप यह लेख सहजन (Moringa) क्या है? और इससे जुडी जानकारी  हमारी वेबसाइट www.reviewswallah.com पर पढ़ रहे है एसे ही लेख पढने के लिए हमारे अन्य लेख पढ़ सकते है और आप अपना सुझाव हमे भेज सकते है आपको यह लेख कैसा लगा नीचे कमेंट में जरूर बताइए जय हिन्द ।

इस वेबसाइट पर दी गई जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है। सहजन (Moringa) के उपयोग से जुड़ी कोई भी समस्या या नुकसान होने पर इसकी पूरी जिम्मेदारी लेखक या वेबसाइट की नहीं होगी। कृपया सहजन का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

Shobhit Rathore

नमस्ते! मैं शोभित राठौर हूँ, ReviewsWallah.com का लेखक। मैं यहाँ आपके लिए भरोसेमंद और सरल भाषा में जानकारी लेकर आता हूँ ताकि आप आसानी से समझ सकें और सही फैसले ले सकें। मेरा लक्ष्य है कि हर रिव्यु और जानकारी आपके लिए उपयोगी और स्पष्ट हो। मैं अपनी पूरी कोशिश करता हूँ कि आप यहाँ से सही और मददगार जानकारी पा सकें।

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